बर्रा में नाबालिगों ने महज 1500 रुपए के लिए दोस्त की ईंट से कुचलकर हत्या कर दी। आरोप है कि दोस्त ने मोबाइल अपने पास रखकर 1500 रुपए उधार दिया था। लेकिन रुपए बगैर वापस किए मोबाइल नहीं लौटाने पर दो नाबालिग दोस्तों ने हत्या की साजिश रची। घर से बुलाकर ले गए और ईंट से कूचकर मरा समझकर भाग गए। केजीएमयू में इलाज के दौरान मंगलवार को किशोर की मौत हो गई। पुलिस ने दोनों आरोपियों को हिरासत में लिया है।
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बर्रा जरौली निवासी श्याम सुंदर उर्फ गोलू (15) हाईस्कूल में पढ़ाई करने के साथ ही पिता रवींद्र कुमार के साथ हलवाई का काम करता था। पिता ने बताया कि दीवाली पर मोहल्ले के धीरू ने उनके बेटे से 1500 रुपए उधार लिया था। गारंटी के तौर पर अपना मोबाइल गोलू के पास जमा कर दिया था। 14 तारीख को धीरू ने मोबाइल वापस मांगा तो गोलू ने कहा कि रुपए वापस करने पर ही मोबाइल मिलेगा। उसने किसी और से रुपए उधार लेकर मोबाइल दे दिया है। इसी बात को लेकर दोनों में झगड़ा हुआ था।
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इसके बाद देर शाम धीरू और कल्लू उनके इकलौते बेटे को घर से बुलाकर ले गए थे। इलाके के मैहर लॉन के पास सूनसान जगह पर ईंट से सिर कूच दिया और मरा समझकर भाग निकले। सुबह गंभीर हालत में गोलू के पड़े होने की सूचना मिलते ही उसे हैलट में भर्ती कराया था। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद केजीएमयू लखनऊ रेफर कर दिया गया था। मंगलवार को इलाज के दौरान गोलू की मौत हो गई। थाना प्रभारी अजय सेठ का कहना है कि परिजन शव लेकर लखनऊ से लौट रहे हैं। दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
बर्रा थाना प्रभारी ने बताया कि मृतक और हत्यारोपी तीनों नाबालिग जरूर थे, लेकिन जुआ और नशे के आदि होते जा रहे थे। दीवाली पर जुए में रुपए हारने के बाद धीरू ने गोलू से रुपए उधार लिए थे। इसके बाद बगैर रुपए लौटाए मोबाइल देने से मना करने पर यह उसे इतना नागवार गुजरा की हत्याकांड को अंजाम दे डाला। दोनों नाबालिगों ने पूछताछ में हत्या की बात स्वीकार भी की है।