Lucknow

बुधवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी Lucknow की सिविल कोर्ट गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठी। इस गोलीबारी में मुख़्तार अंसारी का करीबी और गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी उर्फ़ जीवा की मौत हो गई। जीवा तब चर्चा में आया था जब कृष्णानंद राय के हत्याकांड में नाम आया था। इसके अलावा फर्रुखाबाद के ब्रह्मदत्त द्विवेदी हत्या कांड में भी जीवा का नाम सामने आया था। संजीव माहेश्वरी की हत्या करने वाले आरोपी का नाम आनंद यादव है। आनंद यादव के खिलाफ आजमगढ़ और जौनपुर में मुकदमे दर्ज हैं।

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संजीव महेश्वरी उर्फ जीवा हत्याकांड की जांच के लिये मुख्यमंत्री ने SIT गठित करने का आदेश दिया। घटना की जाँच के लिए SIT गठित की गई है। तीन सदस्यीय SIT में मोहित अग्रवाल ADG टेकनिकल सर्विसेज, ज्वाइंट CP LKO नीलब्ज़ा चौधरी, आईजी अयोध्या प्रवीण कुमार, SIT के सदस्य होंगे। मुख्यमंत्री ने SIT को एक सप्ताह में जाँच पूरी करने के निर्देश दिये गए हैं।

अधिवक्ता प्रखर मिश्रा ऋषि इस हत्याकांड के चश्मीद गवाह हैं। उन्होंने बताया कि संजीव जीवा को हाईकोर्ट से बुलट प्रूफ जैकेट के आदेश थे। इसके अलावा संजीव को भारी पुलिस सुरक्षा के बीच पेशी के आदेश थे लेकिन आज पुलिस ने भारी चूक की है। हर बार पेशी पर 25 से 30 पुलिस कर्मी साथ होते थे, बड़ी गाड़ी से पेशी पर लाया जाता था। आज 5 से 7 पुलिस कर्मियों के बीच मे पेशी पर लाया गया। प्रखर मिश्रा ऋषि ने आगे कहा, पुलिस अभिरक्षा में इस तरह से हत्या कैसे हो सकती है ? माना ओवो अपराधी था कोर्ट सजा देती लेकिन अभिरक्षा में इस तरह हत्या सवाल खड़े कर रहा है।

आपको बतादें कि पूर्वांचल के भाजपा विधायक ब्रह्मदत्त द्विवेदी की हत्या के मामले में जेल में बंद संजीव जीवा की पत्नी पायल महेश्वरी ने कुछ दिन पहले ही हत्या की आशंका जताई थी और सुरक्षा मांगी थी !

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संजीव जीवा की पत्नी और रालोद नेता पायल माहेश्वरी ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया से अपने पति की सुरक्षा की गुहार की थी। पायल का कहना है कि पेशी के दौरान षड्यंत्र के तहत उनके पति की हत्या कराई जा सकती है. उन्होंने पति की सुरक्षा के लिए सीजेआई से उच्चाधिकारियों को निर्देशित करने का अनुरोध किया था। 2017 में पायल महेश्वरी लड़ चुकी है रालोद के टिकट पर विधानसभा का चुनाव लड़ी थी।Lucknow

By Javed

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