उत्तर प्रदेश की राजनीति में इस समय सबसे ज्यादा चर्चा उपमुख्यमंत्री को लेकर हो रही है। रविवार और सोमवार को उन्होंने पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के साथ ही पार्टी के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की। सबकी नजरें अब योगी की नई कैबिनेट पर टिकी हुई हैं।
सूत्रों के अनुसार उत्तर प्रदेश में तीन उपमुख्यमंत्री बनाने पर सहमति हुई है, जातीय समीकरण साधने की कवायद को लेकर 2024 को लक्ष्य बनाकर मंत्रिमंडल का गठन होगा। मंत्रिमंडल में कुल 62 मंत्री शपथ लेंगे जिनमे 28 कैबिनेट मंत्री, 11 राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार और 23 राज्यमंत्री शपथ लेंगे।
बेबी रानी मौर्या और ए के शर्मा को उपमुख्यमंत्री बनाने पर सहमति हुई है, जबकि पूर्व उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या और दिनेश शर्मा को संगठन में भेजे जाएंगे। तीसरे उपमुख्यमंत्री के रूप में असीम अरुण को कमान मिल सकती है। डॉक्टर महेंद्र सिंह को संगठन में वापस भेजने की तैयारी है।
इन महिला चेहरों को मिल सकता है मौका
बलिया के बांसडीह में पहली बार भाजपा का खाता खुलवाने वाली और आठ बार के विधायक रहे रामगोविंद चौधरी को मात देने वाली केतकी सिंह को मौका मिल सकता है। कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुईं रायबरेली सदर विधायक आदिति सिंह, सपा छोड़ भाजपा का दामन थामने वाली मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव को भी मंत्री बनाया जा सकता है।
दो नेताओं सुरेश खन्ना और सतीश माहाना को मंत्री पद से संतोष करना होगा, सुरेश खन्ना को फिर से अहम मंत्रिमंडल की जिम्मेदारी मिलेगी। ब्रजेश पाठक, दयाशंकर सिंह, जितिन प्रसाद, स्वतंत्र देव सिंह , सिद्धार्थनाथ सिंह , नंदी गुप्ता , सूर्य प्रताप शाही, पंकज सिंह, राजेश्वर सिंह, रामपाल वर्मा, अदिति सिंह, अपर्णा बिष्ट यादव, श्रीकांत शर्मा, आशुतोष टंडन, मोहसिन रजा, अनिल राजभर ,संदीप सिंह योगी 2.0 में मंत्री बनेंगे।
इसके अलावा सहयोगी अपना दल को दो, निषाद पार्टी को एक मंत्री पद देने पर सहमति बनी।