शेयर मार्किट के बिग बुल कहे जाने दिग्गज निवेशक एवं अकासा एयरलाइन्स के संस्थापक ‘Rakesh Jhujhunwala ‘ का 62 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। उन्होने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल ने रविवार की सुबह 6 बजकर 45 मिनट पर झुनझुनवाला की मौत की पुष्टि की। झुनझुनवाला (Rakesh Jhujhunwala) ने शेयर इन्वेस्टमेंट से 46 हजार करोड़ का एम्पायर बनाया था। CNN News 18 के मुताबिक राकेश झुनझुनवाला के स्वस्थ्य समस्याओं से पीड़ित थे और कुछ सप्ताह पहले ही उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे गई थी। आखिरी बार अकासा एयरलाइन के लॉन्च पर उन्हें देखा गया था। रविवार की सुबह अचानक तबियत बिगड़ने पर झुनझुनवाला के परिजन उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे, जहाँ उन्होंने आखिरी साँस ली। राकेश झुनझुनवाला को भारत का वॉरेन बफे भी कहा जाता था। वे एक ट्रेडर होने के साथ-साथ चार्टड अकाउंटेड और देश के सबसे आमिर व्यक्तियों में से एक थे। राकेश झुनझुनवाला हंगामा मीडिया और एप्टेक के अध्यक्ष होनेके साथ-साथ वाइसरॉय होटल्स,कॉनकॉर्ड बायोटेक, प्रोवोग इंडिया और जियोजित फाइनेंसियल सर्विसेज के निदेशक भी थे।
झुनझुनवाला के इंटरेस्टिंग फैक्ट्स
स्ट्रीट फ़ूड जैसे डोसा-पावभाजी के शौक़ीन थे।
इंग्लिश-विंग्लिश, शमिताभ और की एंड का फिल्म को प्रोडूस की।
2017 में टाइटन शेयर में तेजी से 1 दिन में 900 करोड़ रुपये कमाए।
झुनझुनवाला भारत के 36वें सबसे आमिर व्यक्ति है।
हरसद मेहता के दिनों में राकेश बियर हुआ करते थे।
RARE इंटरप्राइजेज में ‘Re’ राकेश और ‘Re’ से रेखा है।
झुनझुनवाला ने कहा था-
मैं स्वाभाव से आशावादी हूँ, लेकिन गलत साबित होने का अधिकार भी साथ रखता हूँ।
जब लोग आपकी तारीफ करें तब सावधान रहे क्योकि सबसे बड़ी गलतिया तब होती है जब आपका अच्छा समय चल रहा होता है।
बाजार तो मौसम की तरह है, आपको पसंद ना भी आ रहा हो, तो भी झेलना होगा।
झुनझुनवाला से आप 5 बातें सीख सकते है-
- भाव भगवन है-
प्राइस का हमेशा सम्मान करना चाहिए। हर दाम पर एक खरीदार और बेचने वाला रहता है। सिर्फ भविष्य तय करता है कौन सही है और कौन गलत है। इस बात का सम्मान करें की आप गलत भी हो सकते हैं। - उधार लेकर निवेश ना करें-
बाजार को लेकर आपका अनुमान गलत भी हो सकता हैं, मान लीजिये अपने कोई स्टॉक ख़रीदा और वो आपके अनुमान के मुताबिक ऊपर या niche नहीं गया तो उधारी के पैसों से परेशानी में पड़ सकते हैं। - Risk-
इन शब्दों से सावधान रहे। उतना ही निवेश करें जितना आप शार्ट टर्म में खोने का रिस्क उठा सकें। इसलिए निवेश से पहले सभी को अपनी रिस्क प्रोफाइल देखनी चाहिए। कई बार निवेशक ज्यादा जोखिम लेकर खुद को परेशानी में दाल देते हैं। - निवेश सिखाया नहीं जा सकता-
गलतिया करें लेकिन ऐसी जिसे आप बर्दास्त कर सकें। इससे आप दूसरी गलती करने से बचे रहेंगे, लेकिन जो गलती कर चुके हैं उसे भी ना दोहराएं। गलती दोहराने का मतलब होगा कि आपने अपने अतीत से कुछ नहीं सीखा। - आशावादी बने-
ये पहली क़्वालिटी हैं जो बाजार में सफलता के लिए आप में एक निवेशक के तौर पर होनी चाहिए। ऐसा इसलिए क्योकि शेयर बाजार में आपके धैर्य कि परीक्षा होती हैं और विश्वास आपको रिवॉर्ड दिलाता हैं।