Deoria: उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले से एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमे मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय के बाबू को 10 हजार रुपये रिश्वत मंगाते हुई देखा जा सकता है। वीडियो वायरल देवरिया जिला अस्पताल की बताई जा रही है।
मिली जानकारी के अनुसार एक परिवार के लोग एक क्लेम की निपटारे के लिए देवरिया मुख्य चिकित्साधिकारी के कार्यालय में कागजात जमा किये, स्वास्थ्य विभाग में जमी हुई भ्रष्टाचार इस कदल हावी हो गया है कि क्लैम के निपटारे के लिए कई दिन से चक्कर काट रहें हैं, पर स्वास्थ्य विभाग बिना कुछ रिश्वत लिए कार्य ही क्यों करेगा।
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तब पीड़ित ने कुछ रुपये दिए, जिस पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय बाबू ने कम रुपये कहते हुए पैसे फेंक दिए और 10 हजार रुपए मांगने लगे, वायरल वीडियो में वे साफ साफ कहते नजर आ रहें हैं कि मैं अकेले नही रखता ऊपर के अधिकारियों को भी देना पड़ता है, सब कार्य का रिश्वत का रेट तय है, एक क्लेम का 10 हजार लगता है उतना दो तभी होगा।
ऐसे में सवाल उठता है कि वो ऊपर के अधिकारी कौन है ? किसको-किसको रिश्वत देना पड़ता है ? मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय बाबू के बाबू कौन-कौन से अधिकारी कि बात कर रहे है ? इसकी जाँच होनी चाहिए और इसमें जो भी दोषी पाया जाता है उसपर सख्त करवाई होनी चाहिए।
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आपको बतादें कि उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक कुछ दिन पहले ही जिले का निरीक्षण करके गए हैं फिर भी उन्ही के मंत्रालय के विभाग द्वारा रिश्वत इतने जोर शोर से मांगना साफ साफ दिखता है कि ,रिश्वत का पैसा ऊपर कहाँ कहाँ तक जाता है। ये जाँच का विषय है।
इस मामले की सत्यता के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी Deoria से एक अख़बार ने बात की तो उन्होंने बताया कि इस वीडियो की जांच कराई जा रही है, अभी त्योहार की वजह से कार्यालय बन्द है, खुलते ही सत्यता सामने आ जायेगी।
सच्चाई भारत कि इस वीडियो के सच या झूठ होने कि पुष्टि नहीं करता है।