Deoria Crime: उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले से एक खुदखुशी का मामला सामने आया है। बेटे की पिटाई से परेशान एक रिक्शा चालक पिता ने परेशान होकर आत्महत्या कर ली। रविवार की भोर में रिक्शा चालक का शव बगीचे में पेड़ से फंदे पर लटका मिला। ये घटना देवरिया जिले के खुखुंदू थाना क्षेत्र के बहादुरपुर गांव की है।
बताया जा रहा है कि जमीन बँटवारे को लेकर शनिवार की रात में पिता-पुत्र के बीच विवाद हो गया। उसके बाद बेटे ने पिता की पिटाई कर दी। बेटे की पिटाई से आहत होकर पिता ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पति की मौत के बाद पत्नी ने थाने में जाकर बेटे के खिलाफ तहरीर दी है।
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जिले के बहादुरपुर गांव के रहने वाले 60 वर्षीय अवधेश चौहान बचपन से ही स्थानीय चौराहे पर रिक्शा चलाते थे। रिक्शा चलाकर ही अवधेश पत्नी सहित पांच बच्चो की परवरिश की। उनका छोटा बेटा शीतेश पढ़ने में अच्छा था तो उसे भी पढ़ाया। वो पढ़कर अभी मर्चेंट नेवी में दुबई में है।
अवधेश चौहान चाहते थे की छोटे बेटे की शादी होने के बाद जमीन का बंटवारा कर देते। लेकिन दूसरे नंबर का बेटा शादी से पहले ही बंटवारा चाह रहा था इसी बात को लेकर बेटा शैलेष पिता से हमेशा विवाद करता रहता था। शनिवार की रात में बंटवारे को लेकर विवाद में हुआ तो बेटे ने पिता की पिटाई कर दी। इसके बबाद अवधेश घर से कही चले गए। काफी खोजबीन करने के उनका कही सौराह नहीं लगा।
रविवार की भोर में गांव के कुछ लोग शौच करने गए थे तो बगीचे में में अवदेश का शव शीशम के पेड़ पर रस्सी से लटकता मिला। शव लटकता देख गांव वालों ने शोर मचाया जिससे मौके काफी भीड़ जुट गई। मौत की सूचना मिलते ही परिवार में चीख-पुकार मच गई ।
सूचना मिलाने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पेड़ से उतारा और आगे की कार्यवाई शुरू कर दी। अवधेश चौहान ने ऐसा कभी नहीं सोचा होगा कि दिन-रात रिक्शा चलाकर जिन बेटे बेटियों को पल पोसकर कुछ लायक बनाया, शादी विवाह की उनमे से ही एक बेटा उनकी मौत का कारण बनेगा।
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गांव वालों का कहना है कि अवधेश बहुत ही कर्मठी इंसान थे। रिक्शा चलाकर उन्होंने दो बेटे और दो बेटियों की शादी की और घर भी चलाते थे। अब शीतेश के लिए अच्छे रिस्ते का इंतजार कर रहे थे। गांव वालों ने बताया कि वह बहुत ही हंसमुख स्वभाव के थे। अचानक ऐसा कैसे कर लिए। यह किसी को विश्वास ही नहीं हो रहा था।