कलेक्ट्रेट स्थित जिलाधिकारी कार्यकक्ष में आज डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में जन्म मृत्यु पंजीयन कार्यक्रम की जिला स्तरीय अंतर विभागीय समन्वय समिति की बैठक हुई। बैठक में जनपद के 244 ग्राम पंचायतों में जन्म मृत्यु पंजीकरण प्रणाली (सीआरएस) के तहत नामांकन न होने पर जिलाधिकारी ने गहरी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि समयबद्ध तरीके से लॉगइन आईडी और पासवर्ड जनरेट की जाए और हर हाल में शासन की मंशा अनुरूप जन्म-मृत्यु पंजीयन ऑनलाइन ही किया जाए।
जिलाधिकारी ने कहा कि प्रत्येक पंजीकृत निजी अस्पताल की नियमित मॉनिटरिंग की जाए। अस्पताल में होने वाली प्रत्येक जन्म-मृत्यु की सूचना शासन द्वारा निर्धारित समयावधि में नगर निकायों को भेजा जाए। ऐसा न करने वाले अस्पतालों की सूची तैयार कर नियमानुसार कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी।
जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद के 1185 ग्राम पंचायतों में से 164 ग्राम पंचायतों की लॉगिन आईडी पासवर्ड जनरेट नहीं हुई है और 80 ग्राम पंचायतों के जन्म मृत्यु पंजीकरण (सीआरएस) खाते अक्रियाशील है।इन्हें 3 दिन के भीतर क्रियाशील किया जाए। ऐसा न करने पर उत्तरदायित्व तय करके कड़ी कार्रवाई की जाएगी।उन्होंने जिला स्तरीय अंतरविभागीय समन्वय समिति की अंतिम बैठक की कार्यवृत्ति प्रस्तुत न करने पर भी असंतोष व्यक्त किया। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार, सीएमओ डॉ आलोक पांडेय, एडीएम (प्रशासन) कुँवर पंकज, डीपीओ कृष्णकांत राय, डॉ संजय चंद, ईओ रोहित सिंह एडीपीआरओ सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।