प्रदूषण को बढ़ने में सिंगल यूज प्लास्टिक (Single Use Plastics) का महत्वपूर्ण योगदान होता है, जिसमे प्लास्टिक के स्ट्रा, पॉलीथिन, प्लास्टिक के गिलास इत्यादि जो एक बार इस्तेमाल हो जाने के बाद फेंक दिया जाता है। ऐसे में के बार लोग इसे ख़त्म करने के लिए जमीन में दबा देते है या फिर जलाकर पानी में फेंक देते है।
दुनिया भर में आज पर्यावरण दिवस मनाया जा रहा है, पर्यावरण को लेकर जागरूकता पैदा करने के लिए हर साल आज ही के दिन विश्व पर्यावण दिवस मनाया जाता है। इसी के चलते पर्यावरण की बेहतरी के लिए केंद्र सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एकल-उपयोग वाले प्लास्टिक (Single Use Plastic) को लेकर कुछ सुझाव दिए है। केंद्र ने चरण बद्ध तरीके से ऐसे प्लास्टिक के उपयोग को समाप्त करने और पर्यावरण को बेहतर बनाने में योगदान करने के लिए यह परामर्श जारी किया है। सरकार ने कहा है कि राज्यों को इसके लिए सख्त कदम उठाने कि जरुरत है ताकि सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल को कम किया जा सके।
भारत के 4700 शहरी स्थानीय निकायों (एसयूपी) में से केवल 2500 ने एक जुलाई तक सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबन्ध लगाने कि घोषणा की है। विश्व पर्यावरण दिवस की पूर्व संध्या पर मंत्रालय ने शनिवार को कहा, ‘केंद्रीय नियंत्रक प्रदुषण बोर्ड और पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के अनुसार, 4704 यूएलबी में 2591 ने पहले ही यूएसपी प्रतिबंन्ध की अधिसूचना की सूचना दी है। इसलिए राज्यों और केंद्र शासित राज्यों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि शेष 2100 से अधिक यूएलबी 30 जून तक इसे अधिसूचित करें। 75 माइक्रोन (यानि 0.075 मिमी मोटाई) से कम वर्जिन या पुनर्नवीनीकरण प्लास्टिक से बने कैरी बैग के निर्माण,आयात भण्डारण, वितरण, बिक्री और उपयोग को पीडब्ल्यूएम नियम, 2016 के तहत पहले अनुशंसित 50 माइक्रोन के विपरीत 30 सितम्बर 2021 से प्रभावी रूप से प्रतिबंधित कर दिया गया है।
अब गाला तर करना पड़ेगा महंगा
गर्मियों में आप 10 रुपये खर्च करके फ्रूटी, रियल, माज़ा या कोई और जूस ड्रिंक पीकर अपनी प्यास बुझाते हैं लेकिन आने वाले दिनों में यह दिखना बंद हो जायेगा या इसकी कीमत बढ़ जाएगी। ऐसा इसलिए क्योकि देश में 1 जुलाई 2022 से सीगल यूज प्लास्टिक पर बैन लगाने जा रहा है। इसका मतब ये हुआ कि अभी तक हम जो प्लास्टिक की चम्मच, कप, गिलास से लेकर स्ट्रा तक इस्तेमाल करते हैं इन सभी पर बैन लग जायेगा। ऐसे में सॉफ्ट ड्रिंक बनाने वाली कंपनी को 10 रुपये वाले ड्रिंक की कीमत को बढ़ाने या इसे बंद करने की चिंता सताने लगी हैं। देश में कई सॉफ्ट और जूस ड्रिंक कंपनियां महज 10 रुपये की कीमत में टेट्रा पैक बेचती हैं, इसके साथ लोगो को पिने के लिए एक ध्त्रा भी दी जाती हैं लेकिन अब स्ट्रा सहित सीगल यूज प्लास्टिक पर बैन लगाने जा रहा हैं।