Gujarat: हम आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहे है। हमें आज़ाद हुए 75 साल हो गए। लेकिन मानसिक रूप से हम आज भी गुलाम है। हमारे देश में आज भी ऐसे लोग हैं जो मानसिक रूप से गुलाम हैं। Gujarat से एक अंधविश्वास का मामला सामने आया है यहाँ अंधविश्वास के चलते एक पिता ने अपनी 14 साल के मासूम बेटी की हत्या कर दी। बेटी धैर्या अपनी पिता की आंखों में तब खटकने लगी जब उसे पता चला उसकी लड़की के अंदर भूत-प्रेत का बसेरा है। पिता और ताऊ ने मिलकर अंधविश्वास के चलते बेटी की हत्या कर दी।
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क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, 14 साल की धैर्या लगभग एक साल से अपने ताऊ के पास धावा में रह रही थी। 9वीं की पढ़ाई भी वह धावा (Gujarat) में ही रह कर रही थी। धैर्या का ताऊ तंत्र-मंत्र में ज्यादा भरोसा करता है। मृतिका धैर्य के ताऊ दिलीप अकबरी ने एक अक्टूबर को धैर्या के पिता को फोन किया। फोन कर बताया कि बेटी धैर्या के अंदर भूत-प्रेत का साया है। यह पूरे घर को बर्बाद कर देगा। भूत-प्रेत से निपटने के लिए धावा आना पड़ेगा।
धैर्य के पिता को जैसे ही सूचना मिली, वह तुरंत धावा आ गया। भूत प्रेत भगाने के लिए लिए ताऊ और मृतिका के पिता ने तंत्र का इस्तेमाल किया। धैर्या के अंदर से भूत भगाने के लिए उसे गन्ने के खेत में ले गए और उसको बांध दिया। बांधने के बाद मासूम को जमकर पीटा और उसे जबतक पीटते रहे तन तक वह बेहोश न हो गई। दोनों भाई उसे खेत में ही छोड़कर आ गए। धैर्या की कोई भी मदद के लिए नहीं आया और उसने दम तोड़ दिया।
तीन दिन के बाद दोनों भाइयों ने गन्ने के खेत में जाकर देखा तो उसके शरीर से बदबू आना शुरू हो गई। शरीर में किड़े भी पड़ गए। ऐसे में दोनों भाइयों ने उसे गन्ने के खेत में ही जला दिया। दोनों ने धैर्या की मां को फोन कर बताया कि तबीयत खराब होने के चलते बेटी की मृत्यू हो गई है वह तुरंत धावा आ जाए। धैर्य के मां ने अपने भाई को मौत की खबर दी और धावा चले आए।
जैसे ही वो दोनों धावा पहुंचे धैर्या का शव उन्हें देखने को नहीं मिला। दोनों को शक हुआ और पुलिस को मामले की सूचना दी। पुलिस ने जब छानबीन की तो पूरा मामला खुलकर सामने आ गया। पुलिस ने जब सीसीटीबी को खंगाला तो उसमें धैर्य को जलाते हुए फुटेज मिल गए। पुलिस ने जब कड़ाई से पूछ-ताछ की तो मृतिका के पिता और ताऊ ने पूरा मामला बता दिया।