Kota News

Kota News: कोटा में एक दुखद घटना में झारखंड से एक छात्र की आत्महत्या की खबर से उसके परिवार को गहरा दुःख झेलना पड़ा है। इस छात्र का नाम ऋषित था, जिसने नीट परीक्षा की तैयारी के दौरान अपनी जान गंवा दी। उसके परिवार के सदस्यों ने कोटा आकर उसका शव संसारिक कराया। यह घटना अचानक हो गई और परिवार को गहरी शोक से जूझना पड़ा।

परिवार को लगा गहरा सदमा

पिता ने इस दुखद घटना पर विचार किया और कहा, “बच्चों को अकेले पढ़ाई के लिए ना छोड़ें।” उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें अपने बेटे के इस कदम का समझ नहीं आ रहा, क्योंकि उस पर कोई दबाव नहीं था। “हमने कभी भी पढ़ाई को लेकर कोई दबाव नहीं बनाया था। हमारा बेटा हमेशा के लिए हार गया है, लेकिन मैं अभिभावकों से अपील करता हूं कि बच्चों को मानसिक रूप से परिपक्व नहीं होने तक अकेले न छोड़ें, क्योंकि छोटी उम्र में बच्चों में भटकने का अंदेशा रहता है”।

बता दें कि ऋषित के पिता भागलपुर में शिक्षा विभाग कार्यरत है। उनका नाम प्रदीप राय है।

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Kota जाने से पहले ही आई आत्महत्या की खबर

प्रदीप राय ने अपने दुख को बयान करते हुए जानकारी दी कि उनकी पत्नी भी एक शिक्षिका है। युवक की मां ने 22 जून को अपने बेटे को फोन किया था, लेकिन उसने फोन नहीं उठाया। 23 जून को भी उन्होंने फोन किया, लेकिन फिर भी फोन नहीं उठाया गया। इसके बाद हमने निर्णय लिया कि कोटा जाकर हम अपने बेटे को वापस लेकर आएंगे। हम कोटा आने की तैयारी ही कर रहे थे कि इस तरह की दुखद खबर आई।

हॉस्टल संचालक पर उठे बड़े सवाल

इस घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। दादाबाड़ी थाना के पुलिस ने जब छात्र का शव देखा तो पुलिस को प्रतीत हुए कि इस शव को करीब 48 घंटे हो गये है। पिता प्रदीप ने कहा कि हॉस्टल संचालक ने दो-तीन दिन तक बच्चों की कोई सुध नहीं ली। उन्होंने हॉस्टल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप भी लगाया और कहा कि छात्र के कमरे में सफाई या उनकी उपस्थिति की प्रक्रिया सुचारू रूप से अगर की गई होती, तो हमें समय पर पता चल जाता और उसकी जान बच जाती।

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