देशभर में इस समय दिल्ली के वायु प्रदूषण की चर्चा है, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक लगातार ‘बहुत खराब’ बनी हुई है. ये कभी-कभी गंभीर भी हो जाती है. आज भी दिल्ली की वायु गुणवत्ता सूचकांक 360 है, जिसे ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रखा जाता है. वहीं नोएडा में 336 तो गुरुग्राम में 319 है. क्योंकि दिल्ली देश की राजधानी है तो सभी की नज़र कहीं न कहीं यहां की गतिविधि पर होती है. ऐसे में प्रदूषण का जो स्तर है उस पर भी लोगों की नजर रहती है. हालांकि देश के दूसरे राज्यों में भी वायु गुणवत्ता की स्थिति अच्छी नहीं है और वहां भी प्रदूषण का स्तर काफी खराब है. आइये जानते हैं दूसरे राज्यों में प्रदूषण का क्या हाल है?
उत्तर प्रदेश- यूपी के कई ऐसे शहर हैं, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक खराब है या बहुत खराब है. प्रयागराज में वायु गुणवत्ता सूचकांक 306, मुरादाबाद में 302, वाराणसी में 298, गोरखपुर 293, कानपुर में 276, लखनऊ में 275 रिकॉर्ड किया गया है.
बिहार- बिहार की राजधानी पटना में भी प्रदूषण का प्रकोप है. यहां कि वायु गुणवत्ता सूचकांक 314 है जबकि मुजफ्फरपुर में 303 और गया में 214 है.
राजस्थान- इस राज्य में भी वायु प्रदूषण की स्थिति बहुत अच्छी नहीं कही जा सकती है. जयपुर में 174, भरतपुर में 226 दर्ज किया गया है. हालांकि पिछले दिनों यहां का एक्यूआई भी बहुत खराब स्थिति में पहुंच गया था, जिसमें थोड़ी सुधार है.
मध्य प्रदेश- एमपी में पिछले कुछ दिनों के मुकाबले थोड़ी राहत मिली है और भोपाल में एक्यूआई 125 है. लेकिन इससे पहले यहां भी बहुत खराब स्थिति में पहुंच गई थी. ग्वालियर में 161 है.
पंजाब- पंजाब में भी दिल्ली जैसा ही हाल है. अमृतसर में इस समय एक्यूआई 331 रिकॉर्ड किया गया है. तो वहीं फरीदकोट में 352, बठिंडा में 353, जालंधर में 235 लुधियाना में 270 दर्ज किया गया, जो बहुत खराब है.
आपको बता दें कि एक्यूआई को शून्य और 50 के बीच ‘अच्छा’, 51 और 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 और 300 के बीच ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 और 500 के बीच ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है.।