Uttarakhand Flood: देश के कई राज्यों में बारिश के कारण तबाही मची हुई है। पहाड़ी इलाकों में जगह-जगह भूस्खलन, जलभराव और उफनती नदियां देखने को मिल रही है। आपको बता दें कि उत्तराखंड में भूस्खलन की घटनाएं बढ़ गई है। कई स्थानों पर पैदल पुलिया और रास्ते टूट गए हैं। जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं, कई इलाकों में विद्युत आपूर्ति भी प्रभावित हुई है।
गंगा नदी का जलस्तर बढ़ना
गंगोत्री धाम में भगीरथी नदी का जलस्तर बढ़ गया है। इसके परिणामस्वरूप गंगोत्री धाम के कई घाटों पर पानी पहुंच गया है। जिसके बाद पुलिस के जवानों ने लोगों को घाटों से दूर रहने की हिदायत दी। गंगोत्री धाम में दर्शन के लिए जा रहे श्रद्धालुओं को गंगा नदी के घाटों से अलग हटाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि लगातार भगीरथी नदी का जलस्तर बढ़ रहा है।
टिहरी जिले में भूस्खलन से मकान की दीवार गिरी
उधर, देर रात हुई भारी बारिश की वजह से टिहरी जिले के भिलंगना ब्लॉक के तोली गांव में एक मकान भूस्खलन की चपेट में आ गया। जिससे मकान के अंदर सो रही मां सरिता (40) और बेटी अंकित (15 की दबाने से मौत हो गई। घटना देर रात तकरीबन ढाई बजे की बताई जा रही है। जब भारी बारिश से हुए भूस्खलन के कारण मकान के पीछे की दीवार टूट गई और मकान गिर गया। सूचना मिलने के बाद एसडीआरएफ और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। SDRF ने दोनों के शवों को मलबे से बाहर निकाल पुलिस को सौंप दिया है। घटना के बाद गांव में शोक की लहर है।
यमुनोत्री धाम में यमुना नदी का रौद्र रूप
बता दें कि यमुनोत्री नदी में आई बाढ़ की वजह से यमुनोत्री धाम मंदिर परिसर में बड़ा नुकसान हुआ है। यहां मंदिर समिति के कार्यालय, रसोई, स्ट्रीट लाइट समेत होटलों को अतिवृष्टि से नुकसान की खबर है। हालांकि, अतिवृष्टि के कारण कोई जनहानि नहीं हुई। लेकिन, संपत्तियों को भारी नुकसान पहुंचा है।
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रुद्रप्रयाग में केदार मध्यमहेश्वर को जोड़ने वाला पुल बहा
बारिश के कारण रुद्रप्रयाग जिले में भी नुकसान की खबर है। यहां बरतोली संगम पर भारी बारिश के बाद द्वितीय केदार मध्यमहेश्वर धाम को जोड़ने वाला पुल बह गया। इससे आसपास के क्षेत्र की आवाजाही पूरी तरह से बंद है। इसके अलावा मध्यमहेश्वर धाम में कुछ यात्रियों और कांवड़ियों के बचने की भी सूचना है। मौके पर एसडीआरएफ की टीम पहुंच गई है। लोगों को हेलिकॉप्टर के माध्यम से रेस्क्यू किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि तकरीबन 20 से 25 लोग फंसे हुए हैं।
कपकोट में फटा बादल, तीन घर बहे
वही, बागेश्वर जिले के कपकोट क्षेत्र में भी भारी बारिश ने तबाही मचाई है। यहां पनियाली गांव में बादल फटने से तीन घर पूरी तरह से तबाह हो गए। हालांकि कोई जन हानि नहीं हुई है, लेकिन घरों में रखा सामान पूरी तरह से नष्ट हो गया। मौके पर एसडीआरएफ की टीम ने पहुंचकर राहत और बचाव कार्य किया। SDRF की टीम ने घरों में रखे कुछ कीमती सामान को मलबे से बाहर निकाल।
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