Uttarkhand Forest Fire: उत्तराखंड के अलग-अलग हिस्से में जंगलों में आग जलने की घटना सामने आ रही है। हाल में चमोली और अलमोड़ा जिले की ताजा तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। दोनों घटनाओं में जंगलों में भीषण आग देखने को मिली रही है। गलों की आग विकराल रूप लेती जा रही है। अब तक प्रदेश भर में 886 आग लगने की घटनाएं सामने आ चुकी है। जिनमें 1107 हेक्टेयर जंगल जलकर खाक हो चुका है। इसमें ज्यादा घटनाएं कुमाऊँ मंडल की है यहां 460 आग लगने के मामले सामने आए, जबकि गढ़वाल मंडल में 354 और वन्य जीव क्षेत्र में 72 जगह आग लगी है। आग में झुलसने से अब तक तीन मजदूरों की मौत भी हो चुकी है, और पांच लोग घायल भी बताए जा रहे हैं।
अलमोड़ा हुई मजदूरों की मौत
जंगलों में भड़क रही आग से पति-पत्नी समेत 3 मजदूरों की मौत गई। जबकि एक महिला मजदूर अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही है। इनमें से एक नेपाली मजदूर दीपक पुजारा की गुरुवार रात को मौत हो गई थी। वही उसकी पत्नी तारा ने शुक्रवार रात हल्द्वानी के एसटीसी में दम तोड़ दिया है। तीसरे मजदूर ज्ञान बहादुर की भी देर रात बेस अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई है। ज्ञान बहादुर की पत्नी पूजा का उपचार चल रहा है। बहादुर की पत्नी का इलाज अभी भी चल रहा है। घटना अल्मोड़ा जिले के सोमेश्वर वन विभाग क्षेत्र की है।
चमोली में जलती आग, वीडियो बना रहे लोग गिरफ्तार
चमोली जिले में जंगलों में आग लगने से संबंधित एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है इस वायरल वीडियो में तीन युवक जंगलों में आग लगाने की बात कर रहे हैं। वह कह रहे हैं कि हमारा काम आग लगाना और आग से खेलना है, हम जंगलों में आग लगाने के लिए ही यहां आए हैं और पहाड़ के जंगलों को जलाकर पूरी तरह से भस्म करना है। तीनों युवक बिहार के बताए जा रहे हैं।
यह वीडियो चमोली पुलिस के ध्यान में आया है, और तीनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस की जांंच में पाया गया कि वीडियो चमोली जिले गैरसैंण पांडवाखाल का है। एसपी चमोली सर्वेश पवार ने बताया कि तीनों युवक बिहार के रहने वाले हैं। जिनका नाम बृजेश कुमार, सलमान और खुशहाल है और तीनों आरोपियों के खिलाफ 26 भारतीय वन अधिनियम की धारा 34,435,505 और सार्वजनिक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
पुलिस ने की मामले की जांच
पुलिस ने तीनों को युवकों से जब पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर लोकप्रियता पाने के लिए उन्होंने यह वीडियो बनाया था ताकि उनके सोशल मीडिया पर लाईक और फॉलोअर्स बढ़ सके। एसपी चमोली सर्वेश पंवार ने आम जनता से जंगलों को आग से बचने की अपील की है। उन्होंने कहा कि जंगलों में आग को बुझाने की सबसे पहली और अहम जिम्मेदारी स्थानीय लोगों की है।और यदि ऐसी घटना आती है तो वह तुरंत इसकी सूचना वन विभाग और फायर सर्विस को दे।
सीएम ने बुलाई हाई लेवल बैठक
जंगलों में आग की घटनाओं को लेकर CM पुष्कर सिंह धामी ने आपात बैठक बुलाई है। सीएम दिल्ली से ही आग की घटनाओं को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से समीक्षा करेंगे। सीएम ने वन मुख्य सचिव, प्रमुख वन संरक्षक (हॉप) और डीजीपी को सख्त निर्देश दिए हैं कि वन अग्नि से प्रभावित जिलों में आग बुझाने के लिए प्रभावी कार्य योजना बनाई जाए। जिन मजदूरों और कर्मियो को आग बुझाने के लिए लगाया गया है उनकी सुरक्षा का भी विशेष ख्याल रखा जाए।
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